
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव और उसके बाद स्थापित युद्धविराम ने वैश्विक मंच पर सुर्खियां बटोरीं। इस तनाव के केंद्र में था “ऑपरेशन सिंदूर”, जिसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक और प्रभावी हमले किए। इस ऑपरेशन ने न केवल भारत की सैन्य क्षमता को प्रदर्शित किया, बल्कि पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन को भी बेनकाब किया। ऑपरेशन की जानकारी साझा करने के लिए आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीन सैन्य अधिकारियों—कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह, और कमोडोर रघु आर. नायर—ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें कमोडोर नायर ने त्रि-सेवा (सेना, नौसेना, और वायुसेना) का नेतृत्व करते हुए भारत की एकजुटता और ताकत का परिचय दिया। यह लेख ऑपरेशन सिंदूर के महत्व, कमोडोर नायर के योगदान, और भारतीय सशस्त्र बलों की सामरिक रणनीति पर प्रकाश डालता है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर का आधार 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ एक आतंकी हमला था, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई। इस हमले की जिम्मेदारी रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली, जो लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध एक आतंकी संगठन है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पुख्ता सबूतों के साथ साबित किया कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान की शह थी। जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने 6-7 मई 2025 की रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच PoK और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए।
इन हमलों में राफेल जेट्स द्वारा SCALP-EG (स्टॉर्म शैडो) क्रूज मिसाइलों का उपयोग हुआ, जिसने आतंकी कैंपों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। ऑपरेशन में लगभग 80-90 आतंकवादी मारे गए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य भी शामिल थे। इस ऑपरेशन का नाम “सिंदूर” प्रतीकात्मक था, जो नारी शक्ति और भारत की दृढ़ता को दर्शाता था। पहलगाम हमले में आतंकियों ने महिलाओं को अपमानित करते हुए कहा था, “जाकर मोदी को बता देना।” भारत ने इस चुनौती का जवाब न केवल सैन्य कार्रवाई से दिया, बल्कि प्रेस ब्रीफिंग में दो महिला अधिकारियों को शामिल करके अपनी समावेशी ताकत का प्रदर्शन किया।
कमोडोर रघु आर. नायर: त्रि-सेवा की एकता का प्रतीक
कमोडोर रघु आर. नायर भारतीय नौसेना के एक वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारी हैं, जिन्होंने 10 मई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में त्रि-सेवा का प्रतिनिधित्व किया। विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी, और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ उनकी उपस्थिति ने भारत की एकजुट सैन्य शक्ति को रेखांकित किया। नायर ने युद्धविराम की प्रक्रिया को स्पष्ट करते हुए कहा कि भारतीय सशस्त्र बल इस समझौते का सम्मान करेंगे, लेकिन पाकिस्तान की किसी भी नापाक हरकत का करारा जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
नायर का सैन्य करियर प्रेरणादायक है। उन्होंने नौसेना के कई महत्वपूर्ण अभियानों में हिस्सा लिया है और सामरिक योजनाओं में उनकी विशेषज्ञता बेजोड़ है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पाकिस्तान के झूठे दावों का खंडन किया, जिसमें नगरोटा एयर बेस पर हमले और भारत में साइबर अटैक जैसे निराधार आरोप शामिल थे। उनकी स्पष्ट और आत्मविश्वास भरी प्रस्तुति ने भारत की पारदर्शी नीति और सैन्य ताकत को दुनिया के सामने रखा।
कर्नल सोफिया कुरैशी: साहस और संचार का अनूठा संगम
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की एक अनुभवी अधिकारी हैं, जिनका जन्म 1981 में गुजरात के वडोदरा में हुआ। बायोकेमिस्ट्री में स्नातकोत्तर की डिग्री के साथ, वह 1999 में मात्र 17 वर्ष की आयु में सेना में शामिल हुईं। सिग्नल कोर में कार्यरत सोफिया ने काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशंस में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके दादा और पिता दोनों सैन्य पृष्ठभूमि से थे, और उनके पति मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री में अधिकारी हैं।
सोफिया ने 2016 में थाईलैंड में आयोजित “फोर्स 18” बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व किया, जहां वह सभी भाग लेने वाले देशों में एकमात्र महिला टुकड़ी कमांडर थीं। ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग में उन्होंने पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन को उजागर किया और स्पष्ट किया कि भारत की कार्रवाई केवल आतंकी ठिकानों तक सीमित थी, न कि नागरिक या धार्मिक स्थलों पर। उनकी गंभीरता और स्पष्टता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को प्रभावी बनाया।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह: आकाश की बेटी
विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की एक कुशल हेलिकॉप्टर पायलट हैं। उनका नाम “व्योमिका,” जिसका अर्थ है “आकाश की बेटी,” उनकी बचपन की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। नेशनल कैडेट कोर (NCC) में हिस्सा लेने के बाद, उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और अपने परिवार की पहली सदस्य के रूप में सशस्त्र बलों में शामिल हुईं। 2019 में उन्हें वायुसेना की फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन मिला।
व्योमिका ने 2,500 से अधिक घंटे की उड़ान का अनुभव हासिल किया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में चेतक और चीता हेलिकॉप्टरों का संचालन शामिल है। 2021 में, वह माउंट मणिरंग पर तीनों सेनाओं के महिला पर्वतारोहण अभियान में शामिल हुईं। प्रेस ब्रीफिंग में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मुजफ्फराबाद, बरनाला, और सियालकोट में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों की जानकारी दी, साथ ही यह भी बताया कि भारत ने नागरिक क्षेत्रों को नुकसान से बचाने के लिए विशेष सावधानी बरती।
पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा और भारत का जवाब
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद कई झूठे दावे किए, जैसे कि भारत ने नागरिक क्षेत्रों और धार्मिक स्थलों पर हमले किए। कर्नल सोफिया, विंग कमांडर व्योमिका, और कमोडोर नायर ने तस्वीरों और खुफिया जानकारी के साथ इन दावों का खंडन किया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में TRF को आतंकी संगठन घोषित करने के प्रस्ताव पर पाकिस्तान के एकमात्र विरोध को उजागर किया, जो उसके आतंकवाद समर्थन का सबूत था।
पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि भारत में साइबर हमले से 70% बिजली आपूर्ति बाधित हुई, जो PIB द्वारा एक पुराने और संपादित वीडियो के खंडन के साथ झूठा साबित हुआ। कमोडोर नायर ने बताया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, पठानकोट, भटिंडा, और भुज में ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना की त्वरित कार्रवाई ने इन्हें नाकाम कर दिया।
सामाजिक और रणनीतिक प्रभाव
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल सैन्य स्तर पर पाकिस्तान को सबक सिखाया, बल्कि सामाजिक और रणनीतिक संदेश भी दिए। दो महिला अधिकारियों को प्रेस ब्रीफिंग में शामिल करना भारत की नारी शक्ति और समावेशी नीति का प्रतीक था। सोशल मीडिया पर सोफिया और व्योमिका की प्रस्तुति को खूब सराहना मिली। एक यूजर ने लिखा, “दो धर्मों की दो महिला अफसर एक साथ देश को संबोधित करती हैं। यह एकता आतंकवादियों को तोड़ना चाहती थी, और हमने इसे मजबूत किया।”
कमोडोर नायर की उपस्थिति ने त्रि-सेवा की एकजुटता को रेखांकित किया। उनकी ब्रीफिंग ने यह स्पष्ट किया कि भारत की सेना, नौसेना, और वायुसेना मिलकर किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं।
ऑपरेशन सिंदूर और उसकी प्रेस कॉन्फ्रेंस ने भारत की सैन्य ताकत, रणनीतिक संयम, और सामाजिक एकता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया। कमोडोर रघु आर. नायर, कर्नल सोफिया कुरैशी, और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने न केवल पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत अपनी सुरक्षा और सम्मान के लिए दृढ़ है।
यह ऑपरेशन और इसके बाद की घटनाएं भारत की सैन्य और कूटनीतिक ताकत का प्रतीक हैं। कमोडोर नायर की त्रि-सेवा नेतृत्व, सोफिया की संचार विशेषज्ञता, और व्योमिका की उड़ान कौशल ने एक ऐसी तस्वीर पेश की, जो भारत की एकता और शक्ति को दर्शाती है। यह संदेश स्पष्ट है: भारत न तो आतंकवाद को बर्दाश्त करेगा और न ही झूठे प्रोपेगेंडा को दुनिया के सामने आने देगा।